जालंधर के सिविल अस्पताल में 3 मरीजों की मौत की जांच में हुआ बड़ा खुलासा, मौतों का असली कारण अब भी स्पष्ट नहीं
जिस अधीनस्थ कर्मचारी की ड्यूटी ऑक्सीजन प्लांट पर लगाई गई थी, पहले अलग-अलग वार्डों में अस्थायी ड्यूटी करता रहा है
ऑक्सीजन प्लांट अधीनस्थ कर्मचारियों के सहारे चल रहा था, जबकि यह काम तकनीकी रूप से प्रशिक्षित कर्मचारियों का होता है
जालंधर।
जालंधर सिविल अस्पताल में तीन लोगों की मौतों के मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। जांच रिपोर्ट में मामले को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। जांच कमेटी ने पाया कि जिस अधीनस्थ कर्मचारी की ड्यूटी ऑक्सीजन प्लांट पर लगाई गई थी, वह पहले अलग-अलग वार्डों में अस्थायी ड्यूटी करता रहा है। यानी ऑक्सीजन प्लांट संचालन का उसके पास कोई तकनीकी अनुभव नहीं था।
अस्पताल में जांच कमेटी में खुलासा
जालंधर के सिविल अस्पताल में तीन मरीजों की मौत की जांच कमेटी में यह बात सामने आई है कि रविवार को ऑक्सीजन प्लांट अधीनस्थ कर्मचारियों (दर्जा चार कर्मचारियों) के सहारे चल रहा था, जबकि यह काम तकनीकी रूप से प्रशिक्षित कर्मचारियों का होता है।
मौतों का असली कारण स्पष्ट नहीं
वहीं मौतों का असली कारण अब भी स्पष्ट नहीं हो सका है। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि किसी भी मृतकों का पोस्टमॉर्टम नहीं कराया गया, क्योंकि यह पुलिस केस नहीं था और परिजन भी शवों का पोस्टमॉर्टम नहीं कराना चा