Athlete Fauja Singh dies

114 साल की उम्र में एथलीट फौजा सिंह का निधन, एडीडास ने चुना था पोस्टर एथलीट, खेल और फिटनेस जगत में शोक की लहर

Written by:

Nischal Nayyar

Last Updated: July 15 2025 02:51:14 PM

114 साल की उम्र में एथलीट फौजा सिंह का निधन, एडीडास ने चुना था पोस्टर एथलीट, खेल और फिटनेस जगत में शोक की लहर

114 साल की उम्र में एथलीट फौजा सिंह का निधन एडीडास ने चुना था पोस्टर एथलीट खेल और फिटनेस जगत में शोक की लहर

114 साल की उम्र में एथलीट फौजा सिंह का निधन, एडीडास ने चुना था पोस्टर एथलीट, खेल और फिटनेस जगत में शोक की लहर

फौजा सिंह ब्रिटिश सिख और पंजाबी भारतीय वंश के मैराथन धावक थे, जन्म 1 अप्रैल 1911 को जालंधर में हुआ था

युवावस्था में वे किसान थे और दौड़ने का शौक रखते थे, लेकिन भारत के विभाजन के समय उन्होंने दौड़ना छोड़ दिया

1992 में अपनी पत्नी के निधन के बाद, वे इंग्लैंड चले गए और 1994 में बेटे की मृत्यु के बाद फिर से दौड़ना शुरू किया

90+आयु वर्ग में कई रिकॉर्ड बनाए। उनके निधन पर ना सिर्फ पंजाब, बल्कि दुनियाभर में खेल प्रेमियों ने दुख जताया

जालंधर : 

सबसे बुज़ुर्ग मैराथन धावक के तौर पर पहचाने जाने वाले 114 वर्षीय सिख धावक फौजा सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे। पिछले कुछ दिन से उनकी सेहत खराब थी। फौजा सिंह एक ब्रिटिश सिख और पंजाबी भारतीय वंश के पूर्व मैराथन धावक थे, जिनका जन्म 1 अप्रैल 1911 को जालंधर में हुआ था। युवावस्था में वे किसान थे और दौड़ने का शौक रखते थे, लेकिन भारत के विभाजन के समय उन्होंने दौड़ना छोड़ दिया। 1992 में अपनी पत्नी के निधन के बाद, वे इंग्लैंड चले गए और 1994 में बेटे की मृत्यु के बाद फिर से दौड़ना शुरू किया। उन्होंने 90+आयु वर्ग में कई रिकॉर्ड बनाए। उनके निधन पर ना सिर्फ पंजाब, बल्कि दुनियाभर में खेल और फिटनेस प्रेमियों ने दुख प्रकट किया है।

89 वर्ष उम्र में दौड़ लगाई

89 वर्ष की आयु में, उन्होंने मैराथन दौड़ना शुरू किया और कई रिकॉर्ड बनाए, जैसे 2003 में टोरंटो वाटरफ्रंट मैराथन में 5 घंटे 40 मिनट का समय, जो 90+ आयु वर्ग का दावा किया गया रिकॉर्ड था। 2011 में, 100 वर्ष की आयु में, उन्होंने एक ही दिन में 8 विश्व रिकॉर्ड बनाए। उन्होंने लंदन, न्यूयॉर्क, मुंबई जैसे शहरों में मैराथन दौड़ीं और 2013 में, 102 वर्ष की आयु में, उन्होंने हांगकांग में अपनी आखिरी प्रतिस्पर्धात्मक दौड़ पूरी की और संन्यास ले लिया।

एडिडास के पोस्टर में आए

उन्हें "टरबन्ड टॉर्नेडो" के नाम से जाना जाता है। 2004 में, एडिडास ने उन्हें अपने पोस्टर एथलीट के रूप में चुना, और 2008 में उन्होंने एथेंस ओलंपिक में टॉर्च ले जाने का सम्मान प्राप्त किया। उन्होंने सिख संस्कृति को बढ़ावा दिया और विभिन्न चैरिटी के लिए धन जुटाया। 2 अप्रैल 2025 को, उन्होंने अपना 114वां जन्मदिन मनाया था। हालांकि, इन रिकॉर्ड्स को मान्यता नहीं मिली, क्योंकि आयु का सत्यापन नहीं हो सका। उनकी उपलब्धियां असाधारण हैं और कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। 

एक दिन में आठ रिकार्ड

100 वर्ष की आयु में, उन्होंने एक ही दिन में 8 विश्व रिकॉर्ड बनाए, जिसमें 100 मीटर (23.14 सेकंड), 200 मीटर (52.23 सेकंड), 400 मीटर (2:13.48), 800 मीटर (5:32.18), 1500 मीटर (11:27.81), 1 मील (11:53.45), 3000 मीटर (24:52.47), और 5000 मीटर (49:57.39) शामिल थे। उन्होंने लंदन, न्यूयॉर्क, टोरंटो, मुंबई, हांगकांग जैसे विभिन्न शहरों में मैराथन दौड़ीं। 2003 में लंदन मैराथन में उनका सर्वश्रेष्ठ समय 6 घंटे 2 मिनट था।

राज्यपाल ने जताया दुःख

पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि फौजा सिंह के निधन की खबर सुनकर उन्हें “गहरा दुख” हुआ है। उन्होंने कहा, “मैं सरदार फौजा सिंह जी के निधन से बहुत दुखी हूँ, जो एक महान मैराथन धावक और दृढ़ संकल्प के प्रतीक थे। उन्होंने 114 वर्ष की आयु में मेरे साथ ‘नशा मुक्त, रंगला पंजाब’ मार्च में अद्वितीय उत्साह के साथ भाग लिया था।” “उनकी विरासत हमें पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रेरित करती रहेगी। ओम शांति ओम।”

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