India-Maldives relations are

भारत-मालदीव संबंध समुद्र जितने गहरे, भरोसा उतना ही मजबूत, मालदीव में बोले पीएम मोदी

Written by:

Nischal Nayyar

Last Updated: July 26 2025 11:10:39 AM

भारत-मालदीव संबंध समुद्र जितने गहरे, भरोसा उतना ही मजबूत, मालदीव में बोले पीएम मोदी

भारत-मालदीव संबंध समुद्र जितने गहरे भरोसा उतना ही मजबूत मालदीव में बोले पीएम मोदी

भारत-मालदीव संबंध समुद्र जितने गहरे, भरोसा उतना ही मजबूत, मालदीव में बोले पीएम मोदी

भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति में मालदीव की अहमियत

4000 आवास इकाइयां जो कई परिवारों को नया घर देंगी

भारत और मालदीव के राजनयिक संबंधों के 60 साल पूरे

इन दोनों देशों के रिश्तों की जड़ें भी हजारों साल पुरानी हैं 

नेशनल डेस्क :  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मालदीव की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ के ऐतिहासिक अवसर पर वहां के राष्ट्रपति और जनता को शुभकामनाएं दीं और कहा कि भारत को गर्व है कि वह मालदीव का सबसे करीबी और भरोसेमंद मित्र है। पीएम मोदी ने बताया कि इस साल भारत और मालदीव के राजनयिक संबंधों के भी 60 साल पूरे हो रहे हैं। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि इन दोनों देशों के रिश्तों की जड़ें हजारों साल पुरानी हैं और यह रिश्ता “समुद्र जितना गहरा” है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी ‘पड़ोसी पहले’ नीति और ‘SAGAR’ यानी महासागर विजन का ज़िक्र करते हुए कहा कि इसमें मालदीव की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने याद दिलाया कि जब कोविड महामारी आई थी या जब मालदीव को जरूरी सामानों की ज़रूरत थी, भारत हमेशा सबसे पहले मदद करने वाला देश रहा।

विकास और साझेदारी के नए अध्याय

प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत और मालदीव के बीच विकास की कई प्रमुख परियोजनाएँ चल रही हैं, जैसे: 4000 सामाजिक आवास इकाइयां जो कई मालदीवी परिवारों को नया घर देंगी। ग्रेटर माले कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट जो मालदीव को जोड़ने वाली सबसे बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना है। अड्डू रोड विकास परियोजना और हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का पुनर्विकास। नौका प्रणाली की शुरुआत जिससे द्वीपों के बीच की दूरी अब समय में मापी जाएगी, न कि GPS से। आज जारी किए गए स्मारक डाक टिकटों में दोनों देशों की पारंपरिक नौकाओं को दिखाया गया है, जो इस बात का प्रतीक हैं कि भारत और मालदीव सह-यात्री भी हैं।

5000 करोड़ आर्थिक मदद का न‍िर्णय

भारत ने मालदीव को 565 मिलियन डॉलर (लगभग 5000 करोड़ रुपये) की ऋण सहायता देने का भी निर्णय लिया है, जिससे वहां की आर्थिक और बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं को मजबूती मिलेगी। प्रधानमंत्री ने बताया कि एक द्विपक्षीय निवेश संधि पर काम चल रहा है। मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement) पर बातचीत शुरू हो गई है। स्थानीय मुद्रा लेनदेन प्रणाली लागू की जाएगी जिससे भारतीय रुपये और मालदीव की मुद्रा रूफिया में सीधा व्यापार हो सकेगा। यूपीआई प्रणाली का उपयोग मालदीव में तेज़ी से बढ़ रहा है, जिससे टूरिज़्म और खुदरा व्यापार को फायदा होगा।

रक्षा-सुरक्षा और जलवायु पर सहयोग

प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा क्षेत्र में सहयोग का ज़िक्र करते हुए कहा कि आज जिस रक्षा मंत्रालय भवन का उद्घाटन हुआ, वह दोनों देशों के भरोसे और भागीदारी का प्रतीक है। उन्होंने बताया भारत मालदीव की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करता रहेगा। कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस के जरिए क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा को मज़बूती मिलेगी। जलवायु परिवर्तन एक साझा चुनौती है, और इसमें भारत अपने नवीकरणीय ऊर्जा के अनुभव मालदीव के साथ साझा करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-मालदीव संबंधों को भरोसे, विकास, समुद्री सुरक्षा और साझेदारी का उदाहरण बताते हुए कहा , “हमारे लिए हमेशा दोस्ती पहले है।”

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