पंजाब पुलिस की लेडी इंस्पेक्टर व SHO अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल भगौड़ा घोषित, 9 महीनों से नहीं हुई पेश, अग्रिम जमानत याचिका रद्द
अर्शप्रीत पर 5 लाख रुपए लेकर नशा तस्करों को छोड़ने के आरोप लगे
मोगा जिले के थाना कोट में अर्शप्रीत बतौर SHO थी, तो यह आरोप लगे
सीनियर पुलिस अधिकारी जांच कर रहे हैं, पुराने रिकार्ड भी खंगाल रहे हैं
पंजाब डेस्क :
पंजाब पुलिस की लेडी इंस्पेक्टर अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल को कोर्ट ने भगौड़ा घोषित कर दिया है। अर्शप्रीत पर 5 लाख रुपए लेकर नशा तस्करों को छोड़ने के आरोप लगे थे। मोगा जिले के थाना कोट में अर्शप्रीत बतौर एसएचओ तैनात थी, तो उन पर यह आरोप लगे। इस मामले में उनके साथ 2 मुंशियों को भी सस्पेंड करके उनके खिलाफ भी केस दर्ज किया गया था। अर्शप्रीत की अग्रिम जमानत याचिका रद्द हो चुकी है। केस दर्ज होने के 9 महीने बाद भी सस्पेंड महिला पुलिस अधिकारी अदालत पेश नहीं होने के चलते भगोड़ा घोषित किया है।
तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया
DSP ने इस केस की जांच की थी, जिसमें पता चला कि लेडी SHO ने दोनों मुंशियों के साथ मिलकर 3 नशा तस्करों को पकड़ा। फिर उन्हें 5 लाख रुपए की रिश्वत लेकर छोड़ दिया। इस मामले को लेकर DSP ने तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। अब मामले की जांच की जा रही है। साथ ही जो 2 आरोपी गुरप्रीत और मनप्रीत फरार हैं, उन्हें पकड़ने के लिए छापे मारे जा रहे हैं। सीनियर पुलिस अधिकारी मामले की बारीकी से जांच कर रहे हैं। आरोपी पुलिस कर्मियों के पुराने रिकार्ड भी खंगाले जा रहे हैं ।
कोरोना काल में चर्चा में आई थीं SHO
बता दें कि SHO अर्शप्रीत कौर कोरोना काल में चर्चा में आई थीं। वह लुधियाना के थाना बस्ती जोधेवाल और डिवीजन नंबर 2 में बतौर SHO काम कर चुकी हैं। कोविड को दौरान भी वह लुधियाना में ही पोस्टेड थीं और कोरोना काल की पंजाब में पहली कोरोना वॉरियर थीं। लेकिन इस दौरान वह खुद भी कोरोना से इंफैक्टेड हुईं। वह कुछ समय आइसोलेशन में रही और ठीक हो गईं। इस दौरान अर्शप्रीत से खुद पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वीडियो कॉल पर बातचीत की थी। वह पहली SHO हैं, जिससे किसी मुख्यमंत्री ने इस तरह वीडियो कॉल पर बात की हो।