भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार का बड़ा Action, महिला तहसीलदार सस्पेंड, सरकार ने दिए विजिलेंस जांच के आदेश
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में वह एक पटवारी से कथित रूप से रिश्वत लेते हुए नजर आ रही हैं
वीडियो सामने आने के तुरंत बाद प्रशासन और राज्य सरकार के उच्चाधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की
चाहे कोई भी अधिकारी हो, अगर भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी
विजिलेंस ब्यूरो अब रिश्वत की राशि और इसमें शामिल अन्य अधिकारियों की भूमिका की भी जांच करेगा
चंडीगढ़/गुरदासपुर :
पंजाब सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए गुरदासपुर जिले की फतेहगढ़ चूड़ियां की नायब तहसीलदार जसवीर कौर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। यह कार्रवाई उस समय की गई जब एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह एक पटवारी से कथित रूप से रिश्वत लेते हुए नजर आ रही हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में जसवीर कौर को कथित रूप से रिश्वत की रकम लेते हुए कैमरे में कैद किया गया। वीडियो सामने आने के तुरंत बाद प्रशासन और राज्य सरकार के उच्चाधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की।
भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं
वधीक मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने सस्पेंशन की पुष्टि करते हुए कहा: “पंजाब सरकार भ्रष्टाचार के मामलों में किसी को नहीं छोड़ेगी। चाहे कोई भी अधिकारी हो, अगर वह भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
विजिलेंस को सौंपी गई जांच
सरकार ने इस मामले की जांच विजिलेंस विभाग को सौंप दी है। विजिलेंस ब्यूरो अब वीडियो की सत्यता, रिश्वत की राशि, और इसमें शामिल अन्य अधिकारियों की भूमिका की भी जांच करेगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी।
कड़ी कार्रवाई का दिया संकेत
राज्य सरकार का यह कदम स्पष्ट करता है कि प्रशासनिक सेवाओं में ईमानदारी और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सरकार किसी भी स्तर पर समझौता नहीं करेगी। सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में अन्य तहसीलों और राजस्व विभागों की भी स्क्रूटनी की जा सकती है।
पारदर्शिता सर्वोच्च प्राथमिकता
यह कोई पहला मामला नहीं है, जब राजस्व विभाग के अधिकारियों पर रिश्वतखोरी या भ्रष्टाचार के आरोप लगे हों। लेकिन तुरंत कार्रवाई और निलंबन यह दर्शाता है कि भगवंत मान सरकार प्रशासनिक कार्यप्रणाली में पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।*